ज्ञान क्या है?
किसी विषय, वस्तु ,घटना आदि की संपूर्ण जानकारी होना उस वस्तु का ज्ञान कहलाता है। यानि जिसके बाद जानने को कुछ भी शेष ना रहे। ज्ञान शब्द का अर्थ होता है जानना या जान लेना। जैसे- अगर किसी एक छात्र से पूछा हा जाए कि आपको कंम्प्यूटर का ज्ञान है? तब वह बच्चा उसका अर्थ यही समझता है कि मुझे कंप्यूटर की जानकारी है या नहीं। इसी जानकारी के आधार पर वह उत्तर हां या ना में देता है। इसलिए ज्ञान शब्द का अर्थ जानना भी होता है। स्वयं तथा अपने आसपास के तत्वों की बोध होना या समझने की शक्ति ज्ञान है। ज्ञान शब्द दर्शाता है कि हम क्या जानते हैं।
ज्ञान एक की मनोदशा है । ज्ञाता के मन में होने वाली एक तरह की हलचल है। ज्ञान किसी वस्तु या विषय के सम्बन्ध में यथार्थ जानकारी है। ज्ञान का अर्थ बहुत व्यापक है। ज्ञान शब्द का प्रयोग किसी वस्तु या विषय के सम्बन्ध में उसके वर्णन से होता है। ज्ञान शब्द का प्रयोग भौतिक जगत एवं आध्यात्मिक जगत दोनों के सम्बन्ध में किया जाता है। भौतिक जगत की वस्तुओं का ज्ञान उसके सम्पर्क में आने पर किया जाता है। यह ज्ञानेन्द्रियाँ द्वारा ही सम्पन्न होता है। जैसे- कुछ ज्ञान हम आँखों से देखकर प्राप्त करते हैं तथा बहुत सारी चीजों का ज्ञान हम कान से सुनकर, हाथ से छूकर तथा नाक से सुँघकर प्राप्त करते हैं। इसी प्रकार आध्यात्मिक ज्ञान के संदर्भ में साक्ष्य, तर्क, बुद्धि तथा अंतः प्रजा आदि का सहारा लिया जाता है। इस प्रकार ज्ञान हमारे मस्तिष्क की विकसित करने का काम करता है। ज्ञान के आधार पर ही हम विभिन्न प्रकार कार्यों को करते हैं और अपने कार्यक्षेत्र में आगे बढ़ते हैं यानि कि उन्नति करते हैं। जान ही समस्त शिक्षा का आधार होता है। यह अथाह है, अनंत है। इसे जितना खोजा जाता है उतना में बढ़ता जाता है।
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